देहरादून। चुनाव आयोग ने आगामी 14 फरवरी को मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रदेश में 766 मतदान केंद्र बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्र में स्थित हैं, हालांकि फिलहाल सभी जगह सम्पर्क मार्ग खुला हुआ है। फिर भी आयोग ने वैकल्पिक इंतजाम के तहत हेलीकॉप्टर और एयर एंबुलेंस की मांग की है।
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस ने बताया कि प्रदेश में 766 मतदान केंद्र बर्फबारी प्रभावित क्षेत्र में आते हैं। इसमें नैनीताल में सर्वाधिक 128, उत्तरकाशी में 113 और चमोली में 107 मतदान केंद्र शामिल हैं। हालांकि इसमें से सभी केंद्रों तक आवाजाही के रास्ते खुले हुए हैं। फिर भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भारत निर्वाचन आयोग से दोनों मंडलों के लिए एक-एक हेलीकॉप्टर और एक एयर एंबुलेंस की भी मांग की गई है। इसके अलावा 24 मतदान केंद्रों को मतदाताओं के शीतकालीन प्रवास के स्थान पर विस्थापित किया गया है।
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा चुनने के लिए अब तक 24,259 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। उक्त सभी वोट पोस्टल बैलेट के जरिए हुए हैं। इसमें 11,129 निर्वाचन ड्यूटी वाले और 13,130 घर से मतदान वाले कुल 24,259 मतदाता पोस्टल बैलेट के जरिए अपना मतदान कर चुके हैं। इसमें घर से मतदान वाले 77 फीसदी मतदाता अपना वोट दे चुके हैं। यह काम 13 फरवरी तक पूरा किया जाना है। इस बार 156 बूथ को मॉडल के तौर पर स्थापित किया गया है, जहां मतदाताओं को सभी सुविधाएं मिलेंगी, जबकि 101 सखी बूथ पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित किए जाएंगे, जबकि अन्य छह बूथ दिव्यांग कर्मी संचालित करेंगे। इसके साथ ही 5860 बूथ पर वेबकास्टिंग भी की जाएगी।