देहरादून। राजभवन में वित्तीय जागरूकता पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। भारतीय स्टेट बैंक के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा व्यक्तिगत वित्त प्रबंधन और सुरक्षित बैंकिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। एसबीआई लाइफ के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट राजीव शर्मा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुनियोजित वित्तीय प्रबंधन जीवन की स्थिरता और आर्थिक सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बजट बनाने, व्यय पर नियंत्रण रखने और नियमित बचत करने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही उन्होंने म्यूचुअल फंड, सावधि जमा, शेयर बाजार, सुकन्या योजना जैसे निवेश विकल्पों के माध्यम से दीर्घकालिक धन वृद्धि के उपायों की जानकारी दी।
एसबीआई के डिप्टी मैनेजर रतनदीप सिंह ने सुरक्षित बैंकिंग के पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने, समय-समय पर पासवर्ड बदलने और एक ही पासवर्ड को विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रयोग न करने की सलाह दी। साथ ही, लालचपूर्ण ऑफर्स और फर्जी लॉटरी जैसे प्रलोभनों से सचेत रहने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
सेमिनार में प्रतिभाग करते हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि वित्तीय जागरूकता केवल व्यक्तिगत समृद्धि नहीं, बल्कि समग्र आर्थिक विकास का भी आधार है। उन्होंने इस प्रकार की पहलों को समय की आवश्यकता बताया और कहा कि आमजन, विशेषकर युवाओं, को वित्तीय साक्षरता के प्रति जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है। राज्यपाल ने विद्यालयों और महाविद्यालयों में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों को नियमित रूप से संचालित किए जाने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि आज भी देश में बड़ी संख्या में लोग वित्तीय योजना, निवेश और बचत से संबंधित बुनियादी जानकारियों से वंचित हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस सेमिनार के माध्यम से प्रतिभागियों ने न केवल अपने वित्तीय कौशल को मजबूत किया होगा, बल्कि साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के लिए भी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की होगी। कार्यक्रम में वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष रावत, मुख्य प्रबंधक आरती थपलियाल, उप प्रबंधक सुमित गोयल सहित राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी और कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।