देहरादून। भीम आर्मी एकता मिशन भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गीताराम जायसवाल ने कहा कि 28 मई 2023 को भारत मंे एक नए संसद भवन का नामकरण किया गया है जिसमंे जनता का सबसे ज्यादा समर्थन डॉ भीमराव अंबेडकर को मिल रहा था लेकिन नाम पर तो क्या वहां पर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा भी स्थापित नहीं की गई। इस बात को पूरा देश इसको लोकतंत्र की हत्या मान रहा है और यह कही हद तक सही भी हैं क्योंकि संसद भवन में संविधान निर्माता की प्रतिमा का होना यह भी दर्शाता है कि इस देश में लोकतंत्र जिंदा है। भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गीताराम जायसवाल ने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि संसद भवन के डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के जितने भी सांसद और विधायक हैं उनको शर्म आनी चाहिए कि 85 प्रतिशत होते हुए भी संसद भवन के अन्दर संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित नहीं करा सके। ऐसे में निर्णय लेना चाहिए कि आने वाले लोकसभा चुनावों में लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए भाजपा को वोट की चोट देकर भाजपा भगाओ संविधान बचाओ लोकतंत्र को बचाया जाएगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वाले अब बेटियों का बलात्कार करा रहे हैं आये दिन कहीं ना कही बेटियों का बलात्कार किया जा रहा है कहीं बेटियों की हत्याएं की जा रही हैं। दिल्ली में पहलवान बेटियों को अपमानित किया गया। वहीं 30 मई को दिल्ली में खुलेआम एक लड़की को एक जिहादी ने सबके सामने पत्थरों से मार मार खत्म कर दिया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि संसद के अन्दर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए अगर ऐसा नहीं होता है तो भीम आर्मी आन्दोलन करने के बाध्य होगी। जायसवाल ने कहा कि अब भीम आर्मी एकता मिशन पूरे देश में एक अभियान चलाएगी भाजपा भगाओ संविधान बचाओ भाजपा भगाओ बेटी बचाओ।