मंत्री जोशी ने अर्द्धकुशल राजमिस्त्रियों को टूल किट व श्रमहानि भत्ता वितरित किया

रुद्रपुर । प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को रुद्रपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत अर्द्धकुशल राजमिस्त्रियों को टूल किट व प्रमाण पत्र तथा श्रमहानि भत्ते का वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने आवास निर्माण में स्थानीय अकुशल राजमिस्त्रियों को कौशल विकास के उद्देश्य से प्रशिक्षण प्राप्त सफल 492 राजमिस्त्रियों में से जनपद ऊधमसिंह नगर के 83 व जनपद हरिद्वार के 16 राजमिस्त्रियों को प्रमाण पत्र व टूल किट वितरण किया। साथ ही इसके अतिरिक्त मंत्री गणेश जोशी ने जनपद ऊधमसिंह नगर व हरिद्वार के कुल सफल 99 राजमिस्त्रियों को रु. 394.00 प्रतिदिन की दर से 09 प्रशिक्षण दिवस व 01 मूल्याकन दिवस का कुल रु. 3940.00 श्रमहानि भत्ते के रूप में राजमिस्त्रियों के बैंक खाते में ऑनलाईन भुगतान हस्तांतरित भी किया।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे और टूटे घरों में रहने वाले बेघर परिवारों को बुनियादी सुविधाओं के साथ पक्का घर उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के क्रियान्वयन को पायलट रूप प्रदान किया गया। सभी के लिए आवास के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वर्ष 2021-22 तक 2.95 करोड़ आवास निर्मित किये गये। वर्तमान में आवास का आकार 20 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 25 वर्ग मीटर किया गया है जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक समर्पित क्षेत्र भी सम्मिलित है। सरकार द्वारा आवास निर्माण हेतु धनराशि रु. 70,000 से मैदानी इलाकों में रु. 120 लाख और पहाड़ी राज्यों, दुर्गम जिलों में रु. 75,000,00 से रु. 1.30 लाख बढ़ाई गयी है।
आवास निर्माण सहायता की लागत मैदानी क्षेत्रों में 60रू40 और उत्तर-पूर्वी और 3 हिमालयी राज्यों (जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड) के लिए 90ः10 के अनुपात में केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच साझा की जानी है। एसईसीसी-2011 डेटा में आवास की कमी और अन्य सामाजिक अभाव मानकों के आधार पर
लाभार्थियों की पहचान और चयन ग्राम सभाओं द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के अलावा, घर के निर्माण में तकनीकी सहायता भी प्रदान की जा रही है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा आवास निर्माण में स्थानीय अकुशल राजमिस्त्रियों को कौशल विकास के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिये जा रहे हैं। वर्तमान में 510 अर्द्धकुशल राजमिस्त्रियों को 09 दिवसीय प्रशिक्षण यू0आई0आर0डी० के द्वारा सी०एस०डी०सी०आई०, दिल्ली द्वारा सर्टिफाईड प्रशिक्षण प्रदाता फर्मों के चयन के माध्यम से कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा प्रशिक्षण प्राप्त राजमिस्त्रियों का प्रशिक्षण उपरान्त सी०एस०डी०सी०आई०, नई दिल्ली द्वारा मूल्यॉकन भी कराया गया जा रहा है। मूल्यॉकन के उपरान्त सफल राजमिस्त्रियों को प्रमाण-पत्र व टूल किट भी प्रदान किया जा रहा है। राजमिस्त्रियों के प्रशिक्षण हेतु एन०एस०डी०सी०आई०, नई दिल्ली द्वारा तैयार किये गये 09 दिवसीय प्रशिक्षण माड्यूल के तहत विकासखण्डों में प्रशिक्षण दिया गया है। वर्तमान में राज्य के समस्त 13 जनपदों में विकासखण्ड स्तर पर 510 राजमिस्त्रियों का सफल प्रशिक्षण उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा आयोजित कराया गया है। विभिन्न जनपदों में जनपद हरिद्वार में 100, उत्तरकाशी में 40, ऊधमसिंह नगर में 95 तथा चम्पावत व देहरादून में 30 व 35 राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 510 राजमिस्त्रियों के मूल्यॉकन उपरान्त लगभग 492 राजमिस्त्री सफल पाये गये हैं। सफल राजमिस्त्रियों को आज प्रमाण पत्र व टूलकिट उपलब्ध कराया जा रहा है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा सर्टिफिकेट उपलब्ध होने के उपरान्त मूल्यॉकन में सफल राजमिस्त्री एक सर्टिफाईड राजमिस्त्री के रूप में राज्य में भविष्य में निर्मित होने वाले प्रधानमंत्री आवासों में कुशल कारीगर के रूप में कार्य कर सकेगें तथा उनका आजीविका संवर्धन व रोजगार सृजन सुनिश्चित हो सकेगा। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने सभी लाभार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर अधिशासी निदेशक आर. डी.पालीवाल, सीडीओ विशाल मिश्रा, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, सहायक निदेशक धीरेंद्र शाह, जिला महामंत्री अमित नारंग सहित कई लोग उपस्थित रहे।