उत्तराखंड में धीमी पड़ी कोरोना की रफ़्तार, देहरादून में 67 नए मानले, तीन की मौत

कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद पहली दफा दून में महज 67 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं और संक्रमण दर एक फीसद से नीचे आ गई है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिहाज से मौत के मामलों पर भी प्रभावी अंकुश लगता दिख रहा है। बीते 24 घंटे में तीन मरीजों की मौत हुई और उम्मीद है कि यह आंकड़ा जल्द शून्य पर आ जाएगा।

दून में जब कोरोना की दूसरी लहर की दूर-दूर तक आहट नहीं थी और पहली लहर समाप्ति पर थी, तब 10 मार्च, 2021 को एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया था। इसके बाद रोज नए संक्रमित मिलते रहे, मगर संख्या ना के बराबर रही। हालांकि, फिर मामले बढ़ते गए और दूसरी लहर की आहट के साथ इसने जोर पकड़ना भी शुरू कर दिया। विशेषकर अप्रैल माह से दूसरी लहर को थामने में मशीनरी सक्रिय हो चुकी थी। 73 दिन से संक्रमण से जंग करने के बाद रविवार के आंकड़ों में कोरोना पर प्रभावी अंकुश दिख रहा है।

चकराता-त्यूणी में 98 फीसद तक टीकाकरण

जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने अधिकारियों की आनलाइन बैठक लेकर टीकाकरण की समीक्षा की। उन्होंने टीकाकरण में आगे रहने पर चकराता व त्यूणी क्षेत्र की प्रशंसा की। रविवार को आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डा. श्रीवास्तव ने कहा कि चकराता व त्यूणी के 18 गांवों में 18 से 44 वर्ष तक की उम्र के 96 से 98 फीसद व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जो दिव्यांग व्यक्ति टीकाकरण केंद्र तक आने में असमर्थ हैं, उन्हें मोबाइल टीम के जरिये टीका लगाया जाए। उधर, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोरोना कर्फ्यू के अनलाक की प्रक्रिया में सभी अधिकारी अधिक गंभीरता के साथ काम करें। इन गांवों में 98 फीसद तक टीकाकरण: चकराता में कोटीकनासर, त्यूना, मगवाड़, जोगिया, थड़ता, टावरा, सुजऊ, सावरा, औली। त्यूणी में हनोल, राइगी, शेयिडा, कठग, सैंज, त्यूणी, फैडिन आदि।