चमोली। जोशीमठ विकास खंड के स्यूण गांव के ग्वाड तोक में बादल फटा। ग्रामीण रात में घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर गए। गांव में पेयजल लाइन, रास्ते, कई मकान खतरे की जद में आ गए। जबकि सैकड़ों नाली भूमि बर्बाद हो गई। गांव के बादल फटने की जानकारी ग्राम प्रधान महावीर सिंह पंवार दी। इस विनाश लीला में पंद्रह परिवारों की फसले पूरी तरह से बर्बाद हो गयी। दशोली ब्लाक के स्यूण गांव के मज्जू ग्वाड़ में बीते शनिवार रात बादल फटने से ग्रामीणों की 100 नाली जमीन पर धान की पूरी फसल बर्बाद हो गई है। साथ ही मलवा से दो गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं भारी बारिश होने से लुदांऊ गदेरे पर बना अस्थाई लकड़ी का पुल भी बह गया है, जिससे लुदांऊ और स्यूंण गांव की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है।
पुल टूटने व आवाजाही बंद होने से स्कूली छात्रों को विद्यालय पहुंचना मुश्किल बना हुआ है। वहीं गांव के 150 परिवारों की लाइफ लाइन ध्वस्त होने से मूलभूत सुविधाओं के लिए भी परेशानियां खड़ी हो गई है। नव युवक दल अध्यक्ष व समाजसेवी अरूण राणा ने बताया कि मज्जू ग्वाड़ में बादल फटने से 15 परिवारों की लगभग 100 नाली जमीन पर नगदी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन को मौके का निरीक्षण कर प्रभावितों को खेती व नकदी फसल का मुआवजा दिया जाए। साथ उन्होंने कहा कि लुदांऊ गदेरे में बना लकड़ी का पुल भी बह गया है, जिससे स्कूली छात्रों के साथ ही स्थानीय लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए बाजार पहुंचना मुश्किल बना हुआ है। कहा कि लुदांऊ गदेरे पर जल्द से जल्द अस्थाई पुल की व्यवस्था किया जाए।