भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली पहुंचे मुंबई, पढ़िए पूरी खबर

नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली मुंबई पहुंच गए हैं, क्योंकि भारतीय बोर्ड आगामी ICC T20 विश्व कप के लिए कर छूट के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए तैयार है। इसके बाद ही टी20 विश्व कप की मेजबानी पर फैसला होगा। अक्टूबर-नवंबर में भारत में टी20 विश्व कप निर्धारित है। इसी को लेकर बीसीसीआइ को मंगलवार तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को टैक्स गारंटी देनी है।

एएनआइ से बात करते हुए, घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान मेगा इवेंट की मेजबानी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुंबई में हैं। सूत्र ने कहा, “सौरव मुंबई में हैं, क्योंकि बीसीसीआइ को विश्व कप की मेजबानी से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा करने की जरूरत है। कर छूट के मामले को कल तक आइसीसी को स्पष्ट करने की आवश्यकता है, जबकि टूर्नामेंट की मेजबानी के मुद्दे पर 28 जून तक फैसला किया जाना है। इसलिए, अगले कुछ दिनों में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।”

बीसीसीआइ पहले से ही अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के साथ संयुक्त अरब अमीरात में 2021 टी 20 विश्व कप की मेजबानी करने पर चर्चा कर रहा है, हाल ही की घटनाओं में, श्रीलंका ने भारत को इस मेगा इवेंट की मेजबानी करने में मदद करने के लिए डार्कहॉर्स के रूप में दौड़ में प्रवेश किया है। संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह, दुबई और अबू धाबी में तीन स्थान हैं, श्रीलंका के पास बहुत सारे विकल्प होंगे, जिसमें अकेले कोलंबो में तीन स्टेडियम होंगे।

सबसे ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सितंबर-अक्टूबर विंडो में आइपीएल के शेष 14 वें संस्करण की मेजबानी करने में बीसीसीआइ की सहायता करने के अपने इरादे भी जाहिर किए थे। सूत्रों ने आगे कहा कि मेजबान प्रसारक भारत का समर्थन कर सकते हैं, यदि वे श्रीलंका को एक विकल्प के रूप में देखना चाहते हैं।

सूत्र ने कहा है, “देखिए, ये कठिन समय है और COVID-19 के साथ यह हमेशा बदलती स्थिति है। इसलिए, अगर मेजबान प्रसारक श्रीलंका को T20 विश्व कप की मेजबानी के विकल्प के रूप में देखते हैं तो उन्हें बीसीसीआइ का समर्थन करने में कोई आपत्ति नहीं होगी। विकल्प खुला रखना कोई बुरी बात नहीं है।” वहीं, टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आयोजन भारत में किया जा सकता है या नहीं इस पर फैसला बीसीसीआइ को 28 जून तक लेना है।