देहरादून। देहरादून में रिस्पना पुल के पास स्थित एक होटल में आयोजित की जा रही श्रीमद्भागवत कथा (गौ-टीका) के तीसरे दिन सैकड़ों श्रोताओं के बीच प्रवचन करते हुए प्रसंग में पूज्य संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि राजा परीक्षित के राज में जब कलियुग का प्रवेश हुआ तो उसका पहला डंडा गाय और बैल पर ही हुआ था।
दृश्य को देखकर भारत के राजा परीक्षित बहुत दुखी हुए और कलियुग को तुंरन्त रोका कि मेरे राज में तुम गौमाता पर प्रहार नही कर सकते हो मणि महाराज ने कहा कि वर्तमान में सत्तसीन नेताओं को भी गौ के संवर्द्धन के लिए खड़ा होना होगा अगर कलियुग का प्रभाव कम करना है मणि महाराज जी ने कहा कि आज इस कलिकाल में जितने भी तीर्थ है उन सभी तीर्थों को बनाने वाली गौमाता है बिना गाय के किसी भी तीर्थ की कल्पना व्यर्थ है। आगे प्रसंग सुनाते हुए संत गोपाल मणि महाराज जी ने अगले वर्ष 2023 में गोपाष्टमी के दिन 20 नवम्बर को दिल्ली में होने वाले गौमाता राष्ट्रमाता महाजनआंदोलन हेतु सभी का आह्वान किया है। इस अवसर पर इस कथा के मुख्य आयोजक बलवीर सिंह पंवार, उषा पंवार, वसुमती पंवार, मीडिया प्रभारी डॉ राम भूषण बिजल्वाण, अजय पाल सिंह रावत, आचार्य राकेश, सूरतराम डंगवाल, शूरवीर मतुड़ा, यशवंत सिंह रावत, आनन्द सिंह रावत, मंजू भंडारी, शशि भंडारी, सावित्री, माहेश्वरी जोशी, ममता भंडारी मंजू नेगी, रोशनी उनियाल समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।