उत्तराखण्ड राज्य बाल कल्याण परिषद की कार्यकारिणी बैठक आयोजित

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में उत्तराखण्ड राज्य बाल कल्याण परिषद की कार्यकारिणी बैठक हुई। बैठक में राज्यपाल ने कहा कि बाल कल्याण परिषद अपने वित्तीय संसाधन बढाएं इसके लिए उद्योग जगत से जुड़े लोगों को अधिकाधिक सदस्य बनाने पर फोकस करे और उन्हें सीएसआर के अंतर्गत सहयोग के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि लोगों को बाल कल्याण के कार्यक्रमों और गतिविधियों की अधिकाधिक जानकारी हो, इसके लिए बाल कल्याण परिषद लोगों तक अपनी पहुंच बढाएं। बैठक में राज्यपाल ने कहा कि बाल कल्याण परिषद को और अधिक सशक्त बनाने के लिए अधिकाधिक आजीवन सदस्य बनाने के लिए विशेष प्रयास करें।
राज्यपाल ने कहा की बाल कल्याण एक ऐसा विषय है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति सहयोग हेतु तत्पर है इसके लिए जरूरी है कि परिषद को लोगों तक अपनी पंहुच बढ़ानी होगी। राज्यपाल ने एक वर्ष के भीतर सदस्यों की संख्या में अपेक्षित वृद्धि के भी निर्देश दिए। राज्यपाल ने कहा कि परिषद में कई सदस्य उत्कृष्ट योगदान दे रहे हैं इसके लिए उन्होंने ऐसे सदस्यों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों के कल्याण और उनके सर्वांगीण विकास के लिए और अधिक कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संसाधनों के अभाव में कोई भी बच्चा अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि सुविधाहीन बच्चों के हितों का संरक्षण करते हुए उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किये जाय। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी सुरक्षा, उनका अभिमुखीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाय।
बैठक में राज्यपाल ने बाल कल्याण परिषद के वर्ष 2024-25 के अनुमानित आय एवं व्यय का अनुमोदन करने के साथ ही अन्य बिंदुओं पर अपनी सहमति दी। बैठक में महासचिव पुष्पा मानस ने कार्यकारिणी की 27वीं बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि व अनुमोदन प्राप्त किया और विगत वर्ष में किये गए क्रियाकलापों और गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। बैठक में सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव चन्द्रेश कुमार यादव, सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, उत्तराखण्ड राज्य बाल कल्याण परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश बाबला, उपाध्यक्ष मधु बेरी, कोषाध्यक्ष डॉ. आशा श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव कमलेश प्रसाद भट्ट, रेडक्रॉस के कोषाध्यक्ष मोहन खत्री, परिषद पूर्व महासचिव वी. के. डोभाल सहित परिषद के विभिन्न पदाधिकारी, सदस्य व जिला कार्यकारिणी के सदस्य भी उपस्थित थे।