देहरादून। दिगंबर जैन मुमुक्ष् मंडल द्वारा गुरुदेव श्री कानजी स्वामी के 134वीं जन्म जयंती के शुभ अवसर पर गांधी रोड स्थित स्वाध्याय भवन में भव्य कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम की संयोजिका वीरांगना वीना जैन के निर्देशन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिनेंद्र पूजन से हुआ, तत्पश्चात गुरुदेव श्री का सीधी प्रवचन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ हुए। महावीर प्रभु की वंदना तथा पंच परमेष्ठी का स्मरण करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। स्वाध्याय प्रेमी महिलाओं ने ग्रंथाधिराज समयसार जी के अमृत रूपी कलशों का गुणानुवाद किया तथा पाठशाला के बच्चों ने पूज्य गुरुदेव श्री का नारा ऋभक्त नहीं भगवान बनेंगे से तथा उनकी जय जय कार से समा बांध दिया।
शास्त्रीय संगीत ऋआतम अनुभव कर रे मन… तथा गुरुदेव शरण कर मनवा… के माध्यम से गुरुदेव श्री के दिये हुए संदेश को वीना जैन और उनकी टीम ने सभी के दिलों में उतारने पर मजबूर कर दिया। सभी मंत्रमुग्ध होकर झूमते रहे। सभी में नई जागृति लाने के लिए जागो चेतन जागो चेतना के राग से… तथा जिन्होंने अपनी चेतना को पहचान लिया वह किस प्रकार से जिन राज हो गए जिनको जिन धर्म सुहाया जिनराज हो गए …इस गीत के माध्यम से भगवान बनने की कला सिखाई भक्त से भगवान बनने की कला सिखाने वाले गुरुदेव श्री का गुणानुवाद करते हुए भक्ति व नृत्य गुरुदेव आए रे बड़े ही सौभाग्य से.. व बताया मुक्ति पंथ… प्रस्तुत किया गया बीच-बीच में गुरुदेव श्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का संचालन वंदना जैन, चारू शर्मा, सुचिता जैन ,बबीता जैन, संगीता जैन व प्रीति जैन ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष सुभाष चंद जैन, संयोजक डॉ संजीव जैन संयोजक अनुभव जैन, संयोजक धु्रव जैन, मंत्री महेश चंद जैन, सचिन जैन, मधु सचिन जैन बाल कलाकारों में दृशि जैन, विविध आशिती, तनिष्का ,अदिति ,भव्य, सेजल ,अविका, अनन्या ,आगम, अग्मिा ,रोनित आदि बच्चों ने मुख्य भूमिका निभाई तथा मधु जैन, मंजू जैन, हर्षदा, कामना ,साधना, सुप्रिया, रश्मि ,नमन ,नेहा ,प्रीति ,संध्या, सीमा, मीनू ,सारिका, शिखा, मनीषा, दीप्ति आदि उपस्थित रहे।